
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की कैबिनेट बैठक संपन्न हो गई है. कैबिनेट बैठक में शिवराज ने अहम प्रस्तावों पर मुहर लगाई. कैबिनेट की बैठक में मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना को और आगे ले जाने का निर्णय लिया गया. इस योजना को मध्यप्रदेश के अनाथ बच्चों की शिक्षा के लिये सरकार का बड़ा फैसला माना जा रहा है। सरकार 18 वर्ष की आयु में बाल संस्थान छोड़ने वाले अनाथों को वित्तीय सहायता प्रदान करेगी। गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कैबिनेट बैठक में बाल आशीर्वाद योजना को मंजूरी दे दी है.
मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना योजना के तहत, सरकार आरटीआई, सीएलएटी, जेईई और एनईईटी उत्तीर्ण करने के बाद बच्चों को पढ़ने तक वित्तीय सहायता प्रदान करेगी। जिसके तहत सरकार द्वारा 5 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। सरकार की ओर से यह सहायता 24 साल तक दी जाएगी। साथ ही 18 वर्ष तक 2000 रुपये की आर्थिक सहायता एवं आयुष्मान योजना के माध्यम से उपचार का प्रावधान किया गया है।
Mukhyamantri Baal Aashirwad Yojana 2023
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कैबिनेट बैठक में मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना को और आगे ले जाने का फैसला किया है. इस योजना के तहत बाल आश्रमों में रहने वाले बच्चों को बड़ी सौगात देने का निर्णय लिया गया है। मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना के तहत बाल आश्रमों में रहने वाले बच्चों को बाल आश्रम छोड़ने के बाद इंटर्नशिप करने के लिए 5 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। सरकार 18 वर्ष की आयु में बाल संस्थान छोड़ने वाले सभी अनाथों को वित्तीय सहायता प्रदान करेगी। सरकार इन अनाथ बच्चों को आईटीआई, जेईई, एनईईटी और सीएलएटी पास करने और आगे की पढ़ाई जारी रखने तक 5,000 रुपये प्रदान करेगी। साथ ही आयुष्मान योजना के तहत इलाज का भी प्रावधान किया गया है।
इस योजना के तहत अनाथ बच्चों को 24 वर्ष की आयु तक आर्थिक सहायता दी जाएगी। जिससे अनाथ बच्चे सुधर कर अपना भविष्य उज्जवल बना सके। सरकार का उद्देश्य राज्य के अनाथ बच्चों को आर्थिक मदद देना है।
मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना का उद्देश्य
मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना का उद्देश्य अनाथ बच्चों को उनकी पढ़ाई पूरी होने तक 5 हजार रुपये प्रदान करना है। सरकार 18 वर्ष की आयु में बाल संस्थान छोड़ने वाले सभी अनाथों को वित्तीय सहायता प्रदान करेगी। राज्य में हर साल 150 से 200 अनाथ बच्चे 18 साल की उम्र में बाल संस्थाएं छोड़ देते हैं। आईटीआई, जेईई, एनईईटी और सीएलएटी पास करने पर सरकार इन बच्चों को आगे की पढ़ाई जारी रखने तक 5,000 रुपये देगी। सरकार का मकसद देश के अनाथ बच्चों को आर्थिक मदद देना है। साथ ही आयुष्मान योजना के तहत इलाज का भी प्रावधान किया गया है। इस योजना के तहत अनाथों को 24 वर्ष तक सहायता दी जाएगी ताकि अनाथ बच्चे अपना भविष्य उज्जवल बना सकें।
मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना Highlights
योजना का नाम | Mukhyamantri Baal Aashirwad Yojana |
घोषणा कर्ता | मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान |
उद्देष्य | शिक्षा के लिए 5 हजार रुपए आर्थिक सहायता |
लाभार्थी | मध्यप्रदेश के अनाथ बच्चे |
आधिकारिक वेबसाइट | अभी उपलब्ध नहीं |
मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना के लिए दस्तावेज़ (Documents)
संतान प्राप्ति के लिए मुख्य दस्तावेज क्या होंगे ? मुख्यमंत्री शिवपाल जी ने अभी तक इसकी जानकारी नहीं दी है। उन्होंने बालश्रम छोड़ बाल आश्रमों में रहने वाले बच्चों को इंटर्नशिप करने के लिए ही 5000 रुपये देने की घोषणा की है. जैसे ही आधिकारिक वेबसाइट लॉन्च की जाएगी। इस योजना से जुड़े सभी महत्वपूर्ण दस्तावेजों की जानकारी मिलेगी। और हम आपको इस लेख के माध्यम से बताएंगे।
अनाथ बच्चों को अब बाल आशीर्वाद योजना में मिलेगी पेंशन
मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत सागर के रेहली विधानसभा के गढ़ाकोटा में 20वां सामूहिक विवाह कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस सामूहिक विवाह कार्यक्रम में 1866 जोड़ों का विवाह कराया गया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नवविवाहितों को आशीर्वाद देते हुए कहा कि कोरोना काल में शुरू की गई मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना के तहत जिन बच्चों के माता-पिता का निधन हो गया है उन्हें 500 रुपये पेंशन दी जाती है. ऐसे बच्चे भी शामिल होंगे जिनके माता-पिता नहीं हैं। इस योजना के माध्यम से बिना माता-पिता के सभी बच्चों को 4 हजार रुपये की पेंशन का लाभ दिया जाएगा। और कहा कि राज्य के ऐसे सभी बच्चों की तलाश शुरू की जाए और उन्हें मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना का लाभ दिया जाए.
Mukhyamantri Baal Aashirwad Yojana Benefits (लाभ तथा विशेषताए)
- इस योजना के तहत मुख्यमंत्री ने आश्रम में रहने वाले बच्चों को बड़ी सौगात देने का फैसला किया है.
- बाल आश्रम में रहने वाले बच्चों को बाल आश्रम छोड़ने के बाद इंटर्नशिप करने के लिए 5 हजार रुपये दिए जाएंगे।
- इसके साथ ही किशोर न्याय अधिनियम के तहत सरकार द्वारा 18 वर्ष से अधिक आयु के ऐसे युवकों को आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी जो
- बाल देखभाल संस्थाओं के तहत संचालित होने के बाद छोड़े जाते हैं।
- इससे अनाथ बच्चों को आयुष्मान भारत सहित कई योजनाओं का लाभ मिलेगा।
- साथ ही जीविका व्यय के लिए भी धन दिया जाएगा।
- इस योजना के माध्यम से अनाथ बच्चों को उनकी पढ़ाई और उनके भविष्य को उज्जवल बनाने में भी लाभ होगा।
मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना के लिए पात्रता
इस योजना के तहत केवल वही बच्चे इस योजना के लिए पात्र होंगे। जिनके माता-पिता नहीं हैं। या माता-पिता का निधन हो गया है। जो अपने रिश्तेदार या अभिभावक के साथ रह रहे हों। आधिकारिक वेबसाइट अभी तक लॉन्च नहीं की गई है और न ही पात्रता के बारे में कोई निश्चित जानकारी दी गई है। जैसे ही हमें कोई जानकारी मिलेगी हम आपको इस लेख के माध्यम से सूचित करेंगे।
Mukhyamantri Baal Aashirwad Yojana Official Website
सरकार ने मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना के लिए आधिकारिक वेबसाइट लॉन्च नहीं की है। जैसा कि सरकार आधिकारिक वेबसाइट लॉन्च करेगी। हम आपको सूचित करेंगे कि आपको किस आधिकारिक वेबसाइट पर आवेदन करना है। इस योजना का लाभ पाने के लिए आपको अभी थोड़ा और इंतजार करना होगा।
मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया
मध्य प्रदेश सरकार द्वारा मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना के लिए केवल अनाथ बच्चे ही आवेदन कर सकेंगे। लेकिन उसके लिए आपको थोड़ा इंतजार करना होगा क्योंकि सरकार अभी कुछ अहम बिंदुओं पर बात करेगी। जैसे ही सरकार आवेदन प्रक्रिया के बारे में सूचित करेगी। हम आपको सूचित करेंगे।